वे युक्तियाँ या डिवाइस जिनका प्रयोग उपयोगकर्ता कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए करता है, उन्हें ही इनपुट डिवाइस कहते है! इनपुट डिवाइस उपयोगकर्ता के निर्देश को मशीनी भाषा में परिवर्तित कर देती है और उसे CPU के पास भेज देती है! जिसके माध्यम से कंप्यूटर हमारे निर्देश को पुरा कर पाता है!
प्रमुख इनपुट डिवाइस –
1) कीबोर्ड (Keyboard) –
Keyboard एक इनपुट डिवाइस है! इसके प्रयोग से ही कंप्यूटर को अक्षर व अंकीय प्रकार की सुचना देने के लिए किया जाता है! वैसे तो कीबोर्ड सामान्य टाइपराइटर की तरह दिखाई देता है! लेकिन इसमें कुंजियाँ (Keys) टाइपराइटर से कहीं अधिक होती है! जब हम कीबोर्ड पर किसी भी कुंजी को दबाते है तो कीबोर्ड, कीबोर्ड कंट्रोलर व कीबोर्ड बफर से संपर्क में आ जाता है!
हमारे द्वारा दबाई गई कुंजी के कोड को कीबोर्ड कंट्रोलर, कीबोर्ड बफर में स्टोर कर देता है और बफर में स्टोर किए गये कोड को CPU के पास भेज देता है! CPU इस कोड को प्रोसेस करने के बाद उसे आउटपुट डिवाइस में प्रदर्शित कर देता है! वर्तमान में मुख्यतः QWERTY, DVORAK और AZERTY प्रकार के कीबोर्ड प्रयोग में लाए जा रहे है!
2) माउस (Mouse) –
माउस भी एक इनपुट डिवाइस है! इसका प्रयोग कर्सर ( Text में आपकी पोजीशन दर्शाने वाला एक प्वाइण्ट) को एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाने के लिए किया जाता है! इसके अलावा माउस का उपयोग कंप्यूटर में ग्राफिक्स की सहायता से कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए किया जाता है!
3) बार-कोड रीडर (Bar-Code Reader) –
बार-कोड रीडर भी एक इनपुट डिवाइस है! इसका प्रयोग किसी सामान पर छपे बार-कोड (यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड) को पढ़ने के लिए करते है! इसमें से प्रकाश की किरण निकलती है, जिसे बार-कोड फोटो पर डाला जाता है! यह एक लाइट सेन्सिटिव डिटेक्टर है, जो बार-कोड की फोटो को दोनों तरफ से पहचान कर सकता है! इन कोड को पहचानने के बाद बार-कोड को सांख्यिक कोड (Numeric Code) में परिवर्तित कर देता है!
बार-कोड का उपयोग अधिकतर सुपर मार्केटो में किया जाता है, जहाँ पर किसी भी प्रोडक्ट का मूल्य बार-कोड को स्कैन करके पता लगाया जा सकता है! बार-कोड में काली कलर की गाढ़ी व हल्की स्याही की उर्ध्वाधर लाइने होती है, जो डिजिटल सुचना के रूप में प्रस्तुत किए जाते है, जिन्हें बार-कोड रीडर आसानी से पढ़ लेता है!
4) ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader -OMR) –
ऑप्टिकल मार्क रीडर भी इनपुट डिवाइस है! जिसका प्रयोग कागज पर बनाए गए चिन्हों को पहचानने के लिए किया जाता है! यह कागज पर प्रकाश की एक किरण छोड़ता है! प्रकाश की वह किरण जिस चिन्ह पर पड़ती है, उस चिन्ह को OMR रीड करके कंप्यूटर को इनपुट देता है! OMR की मदद से किसी वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) की प्रयोगात्मक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाती है! OMR की सहायता से हजारों प्रश्नों का उत्तर बहुत ही कम समय में आसानी से जाँच किया जा सकता है!
5) बायोमैट्रिक सेंसर (Bio-Metric Sensor) –
बायोमैट्रिक सेंटर भी एक प्रकार का इनपुट डिवाइस है! जिसका प्रयोग किसी भी व्यक्ति की अंगुलियों के निशान को पहचानने के लिए किया जाता हैं! बायोमेट्रिक सेंसर का मुख्य उपयोग सुरक्षा के उद्देश्य से किया जाता है! इसका प्रयोग ज्यादाकतर व्यक्तियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए किया जाता है! बायोमेट्रिक बहुत शुद्धतापूर्वक और दक्षतापूर्वक कार्य करती है! इसलिए इसका उपयोग सुरक्षा के उद्देश्य से ज्यादा होता है!
6) स्मार्ट कार्ड रीडर (Smart Card Reader) –
स्मार्ट कार्ड रीडर भी एक प्रकार का इनपुट डिवाइस है! इसका प्रयोग स्मार्ट कार्ड के माइक्रोप्रोसेसर को एक्सेस करने के लिए करते है! स्मार्ट कार्ड दो प्रकार के होते हैं- मेमोरी कार्ड व माइक्रोप्रोसेसर कार्ड ! मेमोरी कार्ड में नॉन-वॉलेटाइल मेमोरी स्टोरेज कंपोनेण्ट होता है जो डाटा को स्टोर करता है! माइक्रोप्रोसेसर कार्ड में वॉलेटाइल मेमोरी और माइक्रोप्रोसेसर कंपोनेण्ट दोनों होते हैं! ये कार्ड सामान्यतः प्लास्टिक से बने होते है! स्मार्ट कार्ड का उपयोग सुरक्षा के उद्देश्य से होता है!
7) स्कैनर (Scanner) –
स्कैनर भी एक इनपुट डिवाइस है! स्कैनर का प्रयोग पेपर पर लिखे हुए डाटा या छपे हुए चित्र को डिजिटल रूप में प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है! यह इमेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए प्रकाश को इनपुट की तरह प्रयोग करता है! और फिर चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के बाद कंप्यूटर को भेज देता है! इसका प्रयोग किसी दस्तावेज या फाइल को उसके वास्तविक रूप से में स्टोर करने के लिए किया जाता है! जिससे उसमें आसानी से कुछ बदलाव किया जा सकता है!
8) माइक्रोफोन (Microphone – Mic) –
माइक्रोफोन भी एक इनपुट डिवाइस है! माइक्रोफोन किसी भी आवाज को प्राप्त करके उसे कंप्यूटर फोर्मेट में परिवर्तित कर देता है! जिसे सामान्य भाषा में डिजिटल ऑडियो कहा जाता है! माइक्रोफोन को कंप्यूटर के साथ जोड़कर इसके माध्यम से आवाज को रिकॉर्ड किया जाता है! वर्तमान समय में माइक्रोफोन का उपयोग Speech Recognition Software के साथ भी किया जाता है, अर्थात् अब माइक्रोफोन की मदद से टाइप करने की जरूरत नही पडती बल्कि माइक्रोफोन आवाज को Text में परिवर्तित कर देता है!