मेमोरी कार्ड को कौन नहीं जानता वह दिन बहुत लोगों को याद होंगे जब आप मोबाइल में गाने सुनने के लिए किसी दुकान पर मेमोरी कार्ड को भरवाने के लिए एक जाते होंगे यह शब्द में इसलिये इस्तेमाल कर रहा हूं क्योंकि मेमोरी कार्ड में गाने स्टार्ट करने के लिए भी किसी समय पर दुकानों पर जाना पड़ा था इंटरनेट से आप सीधे गाने नहीं सुन सकते थे चलिए बात करते हैं मेमोरी कार्ड की यह बहुत पुराने समय से आपके फोन की मेमोरी को बढ़ाता रहा है यानी आपके साथ में जो मेमोरी आती है अगर आपको उससे ज्यादा मेमोरी की आवश्यकता है तो उसे पूरी करता है मेमोरी कार्ड क्या होता है और कैसे काम करता है –
मेमोरी कार्ड क्या होता है और कैसे काम करता है
मेमोरी कार्ड एक ऐसा डिवाइस होता है जिसके माध्यम से आप किसी भी डाटा को आसानी से और तेजी से एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा सकते हैं, यह एक पोर्टेबल हार्ड डिस्क ड्राइव की तरह ही काम करता है, इसमें आप अपने जरूरी फोटो या वीडियो को भी स्टोर कर सकते हैं और अगर मैं ये कहूं कि ये सीडी (Compact Disc) से ज्यादा विश्वसनीय होता है तो गलत नहीं होगा क्योंकि सीडी में आपके डाटा को खराब होने का खतरा होता है पर इसके साथ ऐसा नहीं है यह आपके डाटा को एकदम सुरक्षित रखता है,इसका इस्तेमाल आमतौर पर मोबाइल फोन में किया जाता है
मेमोरी कार्ड को एसडी कार्ड भी बोला जाता है और ये फ्लैश मेमोरी पर काम करती है,फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के लिए किया जाता है जैसे डिजिटल कैमरा, वीडियो गेम इत्यादि, मेमोरी कार्ड में आप आसानी से अपने डाटा को, इमेजों को, वीडियो को या फिर अपने कंप्यूटर की जरूरी फाइलों को आसानी से सुरक्षित रख सकते हैं
मेमोरी कार्ड कैसे काम करता है
मेमोरी कार्ड फ्लैश मेमोरी पर काम करते हैं और ये आपके किसी भी डाटा को स्टोर करने के काम में आते है, ये दूसरे मीडिया स्टोरेज से बिल्कुल अलग होते है और इनको किसी भी डाटा को अपने पास रखने के लिए किसी भी पावर की जरूरत नहीं होती है
अगर आप मेमोरी कार्ड का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल फोन या डिजिटल कैमरा को आपके कार्ड को रीड करना होगा, आज बहुत से कंप्यूटरों में मेमोरी कार्ड स्लॉट आता है आप उसमें आसानी से अपना मेमोरी कार्ड लगा सकते हैं और अगर आपके सिस्टम में मेमोरी कार्ड स्लॉट नहीं है तो आप बाजार से यूएसबी खरीद सकते हैं जिससे आपका सिस्टम आपके कार्ड को आसानी से रीड कर पाएगा और आप अपने सिस्टम से कोई भी डाटा अपने मेमोरी कार्ड में सेव कर सकते हैं
अगर मेमोरी कार्ड में डाटा स्टोर की बात करें तो आपका डाटा इलेक्ट्रॉनिक सीरीज के माध्यम से स्टोर होता है जिन्हें NAND Chips कहा जाता है, ये चिप आपके किसी भी डाटा को आपके कार्ड में लिखने की या फिर डाटा को स्टोर करने की परमिशन देते हैं, इन कार्डों में जो चिप लगी होती हैं वो एक जगह ये दूसरी तक नहीं जा सकते हैं इनका काम केवल आपके डाटा को तेजी से ट्रांसफर करने का होता है
मेमोरी कार्ड कैसे रिपेयर किया जाता है
एसडी कार्ड Android फोन और डिजिटल कैमरों में किसी भी डाटा को स्टोर करने के लिए सबसे अच्छा तरीका माना जाता है, अगर आपके एसडी कार्ड में कोई एरर आई है और अगर आप उसे फॉर्मेट कर देते है तो आपका पूरा डाटा उसमें से नष्ट हो जाता है
अगर आपके डाटा में ऐसी कोई ऐरर आई है तो आप सबसे पहले अपने कार्ड का इस्तेमाल करना बंद कर दीजिए, क्योंकि अगर आप अपने कार्ड को लगातार इस्तेमाल करते रहेंगे तो आपके डाटा के खत्म होने के Chances बढते जायेगे,कोई भी करप्ट कार्ड या फिर डैमेज कार्ड आपको डाटा स्टोर करने की परमिशन नहीं देता है
अगर आप अपने डैमेज कार्ड से अपने डाटा को निकालना चाहते हैं तो-
सबसे पहले आपको अपने एसडी कार्ड को अपने सिस्टम से कनेक्ट करना होगा जिससे आपको यह पता चल जायेगा कि आपके कार्ड में जो परेशानी है वो आखिर क्या है, कभी कभी सिस्टम में लगाने से आपका कार्ड ठीक हो सकता है, आप अपने कार्ड को सिस्टम में कार्ड रीडर के माध्यम से कनेक्ट कर सकते हैं
आप अपने एसडी कार्ड को कमांड Prompt के माध्यम से ठीक कर सकते हैं इसके लिए आपको सबसे पहले
आप अपने करप्ट एसडी कार्ड को कार्ड रीडर के माध्यम से अपने सिस्टम से जोड़ना होगा जिससे आपका सिस्टम आपके कार्ड को Detect कर सकें
फिर आपको MY COMPUTER/THIS PC पर जाना होगा
इसके बाद आप डिवाइस और ड्राइव में जाकर एसडी कार्ड का पता लगाएं और ड्राइव लेटर को अपने पास लिखकर रखें
अब आप कमांड Prompt को चलाएं chkdsk h:/r को टाइप करें जहां h आपका ड्राइव का लेटर है
ये कमांड आपके करप्ट कार्ड को पूरी तरह से स्कैन कर लेगी और अगर कोई समस्या होगी तो उसे ठीक कर देगी जिसके बाद आपका कार्ड फिर से एकदम ठीक तरह से काम करने लगेगा और आप उसमें अपने किसी भी डाटा को स्टोर कर सकते हैं
मेमोरी कार्ड डैमेज होने के प्रमुख कारण
Physical Damages – एसडी कार्ड के छोटे होने की वजह से इसके Physical Damages के Chances बहुत ज्यादा होते है, आज तो बहुत से एसडी कार्ड ऐसे आ रहे है जिनपर पानी का कोई फर्क नहीं पड़ता फिर चाहे आप उन्हें कितनी भी देर तक पानी में डाल कर रखे, अगर कोई एसडी कार्ड Electrostatic Discharge हो जाए तो वो पूरी तरह से खराब माना जाता है क्योंकि सभी तरह के एसडी कार्ड इलैक्टोनिक्स होते हैं
File System Corruption – आपके स्मार्ट फोन या फिर आपके डिजिटल कैमरे का ऑपरेटिंग सिस्टम पर बहुत बडा फर्क डालता है क्योंकि जब भी आप अपने एसडी कार्ड में जाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपने सिस्टम के ऑपरेटिंग सिस्टम से होकर जाना होता है तो अगर आपका ऑपरेटिंग सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा है तो वो आपके कार्ड को भी खराब कर सकता है
Accumulating Bad Sectors in SD Card – इसमें आपके कार्ड में कुछ ऐसी जगह बन जाती है जिसमें कोई भी डाटा स्टोर नहीं किया जा सकता है, अगर आपके कार्ड में एक बार बेड सेक्टर आ गया तो वो धीमे धीमे आपके पूरे कार्ड में फैल जाता है और आपके कार्ड को पूरी तरह से खराब कर देता है
Insert or Remove SD Card Improperly – जब भी आप अपने कार्ड को अपने फोन में या कैमरे में या फिर अपने सिस्टम में लगा रहे हो तो उसे बहुत सावधानी से लगाना चाहिए क्योंकि अगर आप उसे लगाने या फिर निकालने में जल्दबाजी करेंगे तो आपके कार्ड के खराब होने का खतरा बढ जाता है
Virus or Malware Infection – अगर आपका एसडी कार्ड ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है तो हो सकता है कि आपके कार्ड में कोई वायरस आ गया है मान लीजिए अगर आपके फोन पर गलती से कोई वायरस डाउनलोड हो गया है तो वो आसानी से आपके कार्ड में जा सकता है इससे आपका कार्ड ठीक तरह से काम नहीं करता है
Interruption in SD Card Formatting – कभी कभी आपको अपने एसडी कार्ड को कुछ Reasons की वजह से फॉर्मेट करने की जरूरत होती है, अगर आपका फॉर्मेटिंग Process किसी कारण से रुक जाता है या कोई और समस्या हो जाती है तो इससे आपके कार्ड पर फर्क पड़ता है जिससे उसके खराब होने के Chances बढ़ जाते हैं
Manufacturing Defects – आप Defects में Manufacturing को भी जोड़ सकते हैं क्योंकि आज मार्केट में बहुत तरह के कार्ड मौजूद है, आज कुछ Cards की कीमत बहुत ज्यादा होती हैं और कुछ की कीमत बहुत कम होती है तो लोग ज्यादातर सस्ते वाले खरीदने की कोशिश करते है जिससे उन्हें खराब कार्ड मिलने के Chances बढ़ जाते हैं
मेमोरी कार्ड का इतिहास
मेमोरी कार्ड का आविष्कार Fujio Masuoka के द्वारा Toshiba में सन् 1980 में किया गया था, सन् 1990 में सबसे पहली बार पीसी कार्ड को उतारा गया था जिसका इस्तेमाल आज कंपनियों में इनपुट आउटपुट डिवाइसों को जोड़ने के लिए किया जाता है, सन् 1994 में और भी कई तरह के कार्ड मार्केट में आए जैसे Compact Flash, Smart Media इत्यादि
आज के समय में कंप्यूटर, मोबाइल फोन में एसडी कार्ड के लिए अलग से स्लॉर्ट लगाए जाते हैं , पहले जो मेमोरी कार्ड आते थे उनकी स्टोर करने की क्षमता कम होती थी पर उनके मूल्य बहुत अधिक होते थे पर समय के साथ आज इनकी स्टोरेज क्षमता को बहुत बढ़ा दिया गया है और मूल्यों को कम कर दिया गया है जिससे हर व्यक्ति इन्हें आसानी से खरीद सकें
मेमोरी कार्ड के फायदे
मेमोरी कार्ड इतने छोटे होते हैं कि आप इन्हें आसानी से कही भी ले जा सकते हैं
आज मेमोरी कार्ड की स्टोरेज बहुत ज्यादा होती है जिससे आप आसानी से अपने बहुत सारे डाटा को इसमें स्टोर कर सकते हैं
जब आप इनमें अपना कोई भी डाटा स्टोर कर रहे होते हैं तो ये बिल्कुल भी आवाज नहीं करते है
इनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इन्हें आसानी से कई डिवाइसों में लगा सकते हैं जैसे मोबाइल फोन, कैमरा या फिर अपने सिस्टम में भी लगा सकते हैं
अगर आप मेमोरी कार्ड में कोई डाटा भेजना चाहते है तो इन्हें बहुत कम पावर की आवश्यकता होती है
मेमोरी कार्ड के नुकसान
मेमोरी कार्ड का छोटा साइज होने की वजह से ये आसानी से खो जाते है या आसानी से टूट भी जाते है
अगर आप सीडी और डीवीडी से इनकी तुलना करेंगे तो मूल्य बहुत अधिक होते है