हैकिंग एक प्रकार का ऑनलाइन अपराध होता है! कोई भी व्यक्ति जिस ऑनलाइन माध्यम के जरिये आपकी निजी-जानकारी को चुरा सकता है, सामान्य भाषा में उसे ही हैकिंग कहते है! सामान्य भाषा में कहें तो हैकिंग कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में कमजोरी का पता लगाकर उसकी कमजोरियों का फायदा उठाने का काम करता है! हैकिंग केवल एक डिजिटल माध्यम से संभव हो सकता है! वर्तमान में कोई ही ऐसा व्यक्ति होगा जिसने हैकिंग शब्द को न सुना हो! हैकिंग एक डिजिटल प्रकार का अपराध होता है! आज वर्तमान में कोई भी ऐसा क्षेत्र नही बचा है जिसमे हैकिंग नही हुई हो! हैकिंग अनेक तरीको से किया जा सकता है! हैकिंग से व्यक्ति अपनी निजी जानकारी के साथ-साथ अपनी सम्पूर्ण कमाई भी गवा सकता है! हैकिंग किसी भी कंप्यूटर, मोबाइल, गैजेट, डिजिटल गैजेट आदि के उपयोग से किया जाता है!
आज किसी भी व्यवसाय को चलाने के लिए लगभग कंप्यूटर की आवश्यकता पड़ती ही है! और उन्हें हमेशा अपटूडेट रहने के लिए उस कंप्यूटर में इन्टरनेट की भी आवश्यकता पडती ही है! ये इन्टरनेट इन सभी कंप्यूटरो को पुरी दुनिया से जोड़ देता है! हैकर्स इन कंप्यूटरो को अपने कब्जे में करके उनकी सम्पूर्ण जानकारियों को चुरा सकते है! अब आप यह न समझे की हम भी इन्टरनेट का उपयोग करते है तो हमारा भी डेटा लिक हो रहा है! हैकर्स जिन सिस्टमो को हैक करते है उन सिस्टमो में कोई न कोई कमी होती है और वो कमी उन हैकर्सो को पता चल जाती है जिसकी मदद ही वो किसी भी सिस्टम को हैक कर पाते है! हम आपको बता दे सभी हैकर्स गलत नही होते है! कुछ हैकर्स लोगों की मदद के लिए सरकार की तरफ से हैकिंग करते है! हर साल लाखों की तादाद में हैकिंग होती है!
हैकर्स के प्रकार?
आमतौर पर हैकर्स दो प्रकार के होते हैं जो निम्न है-
व्हाइट हैकर-
व्हाइट हैकर को सामान्य भाषा में एथिकल हैकर भी कहा जाता है। व्हाइट हैकर किसी सिस्टम की कमजोरी का पता लगाकर उस कमजोरी को दूर करने के लिए उस सिस्टम को हैक कर सकते हैं। सभी व्हाइट हैकर सरकार के नियमों की पालना करते हैं। व्हाइट हैकर अपने स्वयं के व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं अपितु दूसरों की मदद के लिए ऐसा करते हैं।
ब्लैक हैकर-
ब्लैक हैकर अपने स्वयं के व्यक्तिगत लाभ के लिए किसी भी सिस्टम की कमजोरी का पता लगाकर उस सिस्टम की कमजोरी को अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग करते हैं। ब्लैक हैकर आमतौर पर लोगों की निजी-जानकारियों को चुराना, लोगों के बैंक खातों से पैसे चुराना, ऑनलाइन ठगी आदि कार्य करते हैं। सभी ब्लैक हैकर सरकार के किसी भी नियम का पालन नहीं करते।
Hacking से कैसे बचें?
हैकिंग से बचने के लिए आपको निम्न बिन्दुओ पर ध्यान देना चाहिए-
- कभी भी अपनी निजी जानकारी किसी के भी साथ शेयर न करे!
- कभी भी अपना किसी भी प्रकार का पासवर्ड किसी के भी साथ शेयर न करे!
- कभी भी अपनी बैंक जानकारी किसी के भी साथ शेयर न करे!
- सोशल मिडिया पर अपनी बैंक जानकारी, डॉक्यूमेंट जानकरी, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि किसी के भी साथ शेयर न करे!
- अपने बैंकिंग कार्य करते समय दुसरो को ये जानकारी न देखने दे!
- अपने सोशल मिडिया की प्रोफाइल को लॉक करके रखे!
- किसी भी अनजान नंबर से आये messege को कभी भी Reply न करे!
- यदि आपको लगे कि आपकी जानकारी हैक हो गई है तो तुरंत साइबर क्राईम में रिपोर्ट करे!